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Are We Really Forcing Kids for Higher Percentage ?

हमारे kids जिन्हें हम अपनी जान से भी ज़्यादा प्यार करते है । जिनके लिए हम अपनी नीदे तक गवा देते है। उनको पालते समय और अपनी हर खवाइश से पहले उनके बारे में सोचते है । उनके लिये सब best सोचते है । उनके लिए हमेशा protective भी रहते है । हर बुरी चीज़ से दूर रखते है । ज़रा सा कुछ हो जाए हम उनकी नज़र तक उतारते है । वो ज़िंदगी में कुछ बन ज़ाए यही सोच से उनको बड़ा करते है ।    यहाँ एक incident share करना चाहूँगी । में अपने छोटे बेटे की Parents teacher meet पर गयी उसका result लेने  I was excited & little bit of nervous as well . जो के हर parent होता है। जब हम result collect करने जाते है। Thankfully he scored 92% which was nice score according to me I was so happy to see his report card.  उसके maths में 96 / 100 आए थे जो के मुझे बहुत ही अच्छे marks लगे because I was not that good in my maths during my studies 🤪🤪  ma'am ने भी काफ़ी तारीफ़ की ,बात हो ही रही थी के एक ओर mother वहाँ आयी जो के ma'am से argue कर रही थी के मेरे बच्चे को उसके साथ मत बिठाओ शरारती बच्चों के साथ मत ब

कोशिश

ज़िन्दगी के कुच्छ मशरुफ़ पलो मे से आज क़ुछ पल अपने लिऐ चुरा लिऐ , एक कप चाय बनाई और balcony में बैठ कर ये सोचा कि क़्या मेने खुद को कहीं ख़ो दिया है

punjabi



इतनी दूर का सफ़र तेय करते हूए् वो लड़की जो अपने लिये सोचने वाली , हर पल अपना धयान रखने वाली , आज खुद के लिये इतना समय भी नहीं के आज सुबह से शायद बालों में comb ही नहीं किया और पूरा दिन बीत गया और पता भी नहीं  चला फिर याद आया  समय वो भी था जो दिल करे करो, खाओ फिर सोचा अब सब की पसंद का ध्यान रखना होता है और तब kitchen तय होती है सुबह सुबह उठ कर ज़िंदगी की भागम - भाग शुरू हो जाती है यह ज़िंदगी इतना Busy रखती आई है कि कई - कई  दिन निकल जाते है अपनो से फ़ोन पर बात कीऐ  हूऐ हर बार जवाब होता है समय ही नहीं मिलता


शायद ज़िंदगी के preferences बदल गऐ है कभी preferences मेरे mom dad और मेरे siblings होते थे ,पर अब मेरे husband और मेरे kids मेरी preference list में सब से ऊपर है ।इस का मतलब यह नहीं की में अपनो को भूल गयी, जिनके साथ बचपन के अनमोल पल बिताये ,साथ में खेले और साथ में कितनी fights की और कितनी शैतानियो के लिए माँ से एक्ठे डाँट खायी फिर daddy का डर जब mom कहती थी आने दो daddy को सब बताउँगी पर बताती नहीं थी शायद हमें डराने के िलऐ  कहती थी नहीं कुछ भी नहीं भूली वो बचपन भी नहीं भूली बस कुछ preferences change हो गयी है । पर यह कुछ नया तो नहीं है शादी ke बाद हर लड़की की ज़िंदगी बदलती है इतना कुछ सोचने के बाद यहीं ख़्याल आया मैंने कुछ खोया नहीं , बहुत कुछ पाया है

punjabi mom


ज़िंदगी का हर फ़र्ज़ निभाते हुऐ  अधुरी ज़िंदगी को पूरा किया है जब मेरे husband खाना खाते हुऐ  मुझे देखते है मेरी पूरे दिन कि थकान दूर हो जाती है जब वो गले से लगा कर I Love You कह देते है तो लगता है में फिर से जी उठी  और लगता है अच्छी बीवी बनने  की कोशिश सही चल रही है ,जब बच्चो को खेलते , अच्छी studies करते देखती हूँ या अच्छे etiquette’s देखती हूँ , तो सोचती हूँ शायद  कहीं ना कहीं अच्छी माँ बनने की कोशिश सही चल रही है जब कोई आकर बोल देता है घर बड़े ही अच्छे से सम्भाला है आपने तो लगता है अच्छी ग्रहणी बनने की कोशिश सही चल रही है ........

crazy mom

कोशिश इस लिऐ क्यू के perfect तो कोई भी नहीं होता हम हर रोज़ कुछ ना कुछ नया करते है कुछ ना कुछ नया सीखते है यह कोशिश ही है जो आगे चलती रहेगी .....  यही तो सिखाया है माँ ने तो कोशिश चल रही है हाँ कभी कभी अच्छे से ready होके कुछ selfies ले लेतीं हूँ और social media पर post कर देतीं हूँ थोड़ा lively सा लगता है क्यूँकि आपने लिऐ थोड़ा सा समय निकालना ही चाहिऐ  ....

Crazy Wife,

Shilpy


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